भए प्रकट कृपाला दीनदयाला
भए प्रगट कृपाला दीनदयाला कौसल्या हितकारी । हर्षित महतारी मुनिमनहारी अद्भुत रूप बिचारी॥ कौशल्या का हित करने वाले, दीनदयाल, कृपा करने वाले भगवान, प्रकट हुए ऋषिओं के भी मन को हरने वाले, इस अद्भुत रूप वाले प्रभु का ध्यान करके मां (कौशल्या जी) बहुत प्रसन्न हुईं लोचन अभिरामा तन घनस्यामा निज आयुध भुज चारी ।…